दिल्ली का हीट मैप बनाया गया है, जिसमें इन दस स्थानों पर रहने वालों को सबसे अधिक खतरा है; आपके क्षेत्र का नाम लिस्ट में तो नहीं है?

DDMA :- दिल्ली के दस इलाकों में सबसे अधिक लू का खतरा है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने राजधानी का पहला हीट मैप बनाया है। इसमें लू से सबसे संवेदनशील दस स्थानों को हॉटस्पाट कहा गया है। राजधानी में लगभग पांच साल पहले तेरह स्थानों को प्रदूषण हॉटस्पॉट घोषित किया गया था। इसकी रोकथाम के लिए इन 13 स्थानों पर सबसे अधिक प्रयास किए गए हैं। यहां अलग-अलग योजनाएं बनाई जाती हैं। दिल्ली का हीट वेव (लू) हॉटस्पाट अब लू नाम से भी जाना जाता है।

तापमान में वृद्धि

दरअसल, जलवायु परिवर्तन और वैश्विक तापमान में वृद्धि के कारण लू को एक प्राकृतिक आपदा के तौर पर अधिक खतरनाक होने की आशंका है। इसके संकेत निरंतर मिल रहे हैं। 1971 से 2019 के बीच लू ने 17 हजार से अधिक लोगों को मार डाला, एक अध्ययन ने बताया। इसलिए सभी राज्यों को हीट एक्शन प्लान बनाने की जरूरत है। केंद्र सरकार ने राजधानी दिल्ली को हीट एक्शन प्लान भेजा है। इसमें दिल्ली का तापमान मैप और आम लोगों के लिए सुझाव भी हैं।

सबसे संवेदनशील क्षेत्र

डीडीएमए के अनुसार स्थानों के नाम हैं: हरकेश नगर, ख्याला, वजीरपुर, बिजवासन, विश्वास नगर, हरी नगर, जहांगीरपुरी, दिल्ली गेट, शास्त्री पार्क।

नौ सेक्टरों के आधार पर चुनाव

लू हॉटस्पाट स्थलों को नौ सेक्टरों में उनकी स्थिति के आधार पर चिह्नित किया गया है। इसमें बिजली, पानी, स्वच्छता, स्वास्थ्य, परिवहन, आवास, कुकिंग, जागरुकता और गर्मी के संकेत शामिल हैं। जीवन के लिए आवश्यक इन सुविधाओं पर निर्भर करता है कि किसी क्षेत्र के लोग गर्मी का मुकाबला करने में सक्षम हैं या नहीं।

तरीके भी सुझाए गए

DDMA ने भी हीट एक्शन प्लान में चरम लू की स्थिति में क्या करना चाहिए बताया है। इसमें स्कूलों के समय में बदलाव, अस्पतालों को 24 घंटे बिजली की आपूर्ति, कम जरूरी कामों में पानी का इस्तेमाल बंद करने और लू से ज्यादा संवेदनशील स्थानों की पहचान कर विशेष उपाय करना शामिल हैं। लू को लेकर भी रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किए जाएंगे।

तापमान सूचक से सूचित करें

अमेरिका जैसे देशों में लोगों को गर्मी के खतरों से अलर्ट किया जाता है हीट इंडेक्स। अमेरिका का हीट इंडेक्स वातावरण में मौजूद नमी और तापमान पर आधारित है। हीट इडेक्स आमतौर पर व्यक्ति को कितनी गर्मी महसूस करता है। भारत भी एक हीट इंडेक्स बनाने की योजना बना रहा है। भारतीय मौसम विभाग ने भी कहा है कि भारतीय परिस्थितियों के अनुसार जल्द ही हीट इंडेक्स बनाया जाएगा।

एक्शन प्लान आवश्यक है

विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में हीट एक्शन प्लान बहुत महत्वपूर्ण है। विज्ञान एवं पर्यावरण केंद्र के एक विशेषज्ञ, अविकल, कहते हैं कि आने वाले वर्षों में गर्मी में वृद्धि होने की उम्मीद है, इसलिए शहरों की भौतिक संरचना में ऐसे बदलाव किए जाने चाहिए जो उन्हें लू से बचाने के लिए तैयार करेंगे। लू के दुष्प्रभावों से अधिक से अधिक लोगों को बचाने के लिए यह योजना भी महत्वपूर्ण है।

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