पर्यटन उद्योग को मौसम की मार :पिछले वर्ष 15 अगस्त को शिमला के होटल के 80 प्रतिशत कमरे बुक थे, और इस बार कमरे खाली

शिमला, कसौली, चायल, धर्मशाला और मनाली के लिए सड़क संपर्क प्रभावित होने से सैलानी नहीं आ पा रहे हैं।

15 अगस्त की छुट्टी के बावजूद, हिमाचल प्रदेश में मौसम की दुर्दशा से पर्यटन कारोबार पूरी तरह ठपहो गया है। शिमला, कसौली, चायल, धर्मशाला और मनाली के लिए सड़क संपर्क प्रभावित होने से सैलानी नहीं आ पा रहे हैं। 15 अगस्त को बरसात के बावजूद भी सैलानी हिमाचल की यात्रा करते हैं, लेकिन इस बार होटलों में खाली कमरे हैं। 15 अगस्त को पिछले साल शिमला के होटलों में 80% कमरे बुक थे, लेकिन इस बार मौसम की मार पर्यटन कंपनियों पर भारी पड़ी है। भारी बारिश ने सड़क संपर्क को बाधित कर दिया है, जिससे पर्यटकों ने पर्यटन स्थलों की ओर चलना बंद कर दिया है। पर्यटन कंपनियों ने 15 अगस्त से पहले चार दिन की छुट्टी, या वीकेंड से पर्यटकों की आमद शुरू होने की उम्मीद की है।

सैलानियों ने शिमला के होटलों में अग्रिम बुकिंग की थी, लेकिन कालका-शिमला हाईवे बंद होने के बाद बुकिंग रद्द कर दी गई हैं। सैलानियों की कमी से पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों, जैसे टैक्सी चालक, गाइड, फोटोग्राफर और एडवेंचर एक्टीविटीज संचालक अदि लोगो को नुकसान उठाना पड़ा है। ऑल हिमाचल कॉमर्शियल व्हीकल ज्वाइंट एक्शन कमेटी के चेयरमैन राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि टूरिस्टों के न आने से टैक्सी चालकों को गाड़ी खड़ी करने के बाद कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजना पड़ा है। यही स्थिति रही तो गाड़ी की किस्तें चुकाना कठिन हो जायेगा। ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन पॉल और महासचिव मनु सूद ने कहा कि बरसात के बावजूद 15 अगस्त के आसपास ट्रैकर हिमाचल जाते हैं, लेकिन इस बार संपर्क मार्ग बाधित होने से काम पूरी तरह ठप हो गया है।

जैसा कि गजेंद्र फेडरेशन ऑफ ऑल हिमाचल होटल एंड रेस्टोरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया, मौसम की खराबियों ने पर्यटन क्षेत्र को बहुत नुकसान पहुँचाया है। क्षतिग्रस्त सड़कों से आवाजाही प्रभावित होती है। 15 अगस्त पर पर्यटकों की आमद बढ़ी, लेकिन इस बार छुट्टी के बावजूद होटल खाली हैं।